जिस्मानी मोहब्बत - The Media Houze

जिस्मानी मोहब्बत से बेहतर है,
तुम आसमानी ख्वाहिशें ही कर लो,
कमबख्त, कम से कम ये रुह की पाकीज़गी और नियत का मोल भाव तो बचा रहेगा