जिंदगी एक तलाश है,
जिसे तलाशते-तलाशते
सारी उम्र निकल जाती है।
जिंदगी खत्म हो जाती है,
पर तलाश नहीं,
होगी भी कैसे?
किसी एक चीज की तलाश हो
तब तो,
एक खत्म होती है,
तो दूसरी शुरू,
यह तलाश भी अजीब है।
कुछ न हो तो रास्ते की तलाश,
रास्ता मिल जाए तो,
मंजिल की तलाश,
मंजिल मिलने पर भी,
खत्म नहीं होती ये तलाश,
क्या है ये तलाश?
क्यों तलाशते हैं हम इसे?
और ये खत्म क्यों नहीं होती?