हरिद्वार जिले के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं इस कदर लचर हो चुकी हैं कि, वेंटिलेटर को चलाने के लिए अस्पतालों के पास स्टाफ ही नहीं है। हरिद्वार के कई अस्पतालों में धूल खा रहे वेंटिलेटर को अब संचालित करने के लिए प्राइवेट अस्पतालों को दिया गया है। और सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर चलाने के लिए मौजूदा कर्मचारियों को परीक्षण दिया जा रहा है। जिला अस्पताल में पीएम केयर फंड से मिले 14 वेंटिलेटर कई सालों से कमरे में बंद थे। तो वहीं हरिद्वार मेला अस्पताल में भी 34 वेंटिलेटरों का यही हाल था। अब नींद से जागे प्रशासन ने मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से टेक्निकल टीम बुलाकर स्टाफ को अब प्रशिक्षण दिया जा रहा है
- Location Haridwar