हमीरपुर जिले में पंचायत निर्वाचन अधिकारियों की लापरवाही के चलते एक 20 साल की युवती चुनाव जीतकर ग्राम प्रधान बन गयी. चुनाव के नतीजों के बाद हारे हुए प्रत्याशियों ने जिला निर्वाचन अधिकारी से लड़की की उम्र कम होने की शिकायत की थी. पंचायत निर्वाचन अधिकारी ने इस मामले में जीती ग्राम प्रधान की हाई स्कूल की मार्कशीट और आधार कार्ड में
लिखी जन्म तिथि की जांच करने के बाद नव निर्वाचित ग्राम प्रधान की उम्र पंचायत चुनाव लड़ने की उम्र 21 साल के मुकाबले कुल 20 साल 27 दिन ही पाई गई. अब इस नव निर्वाचित ग्राम प्रधान लड़की की प्रधानी खतरे में पड़ गई है. मौदहा विकास खंड में परछछ गांव में प्रधान पद का चुनाव इस बार अनुसूचित जाति के लिय रिजर्व था. आंशिका गौतम ने भी प्रधानी का चुनाव लड़ा था और उसने सभी प्रत्याशियों को पछाड़ते हुए 473 वोट पाकर जीत हासिल की थी.