अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन नक्सल के पद पर तैनात अनिल कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,प्रमुख सचिव, एससी एसटी आयोग दिल्ली और लखनऊ सहित डीजीपी एडीजी आईजी और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है और आरोप लगाया कि आरआई पुलिस लाइन चंदौली द्वारा उनके कार्यालय में घुसकर उनसे जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया और गाली गलौज की गई । पत्र में अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन ने लिखा है कि 27 जुलाई को अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन नक्सल कार्यालय में सुबह 9:45 पर पहुंच कर 20 जुलाई को मेरे द्वारा किये गए पुलिस लाइन चंदौली के अर्धवार्षिक निरीक्षण के सम्बंध में मंजूर आलम नाम के पुलिसकर्मी को गणना कार्यालय पुलिस लाइन चंदौली में भेजकर पुलिस लाइन में नियुक्त विभिन्न मदों के अधिकारी कर्मचारी गण की नियुक्ति रजिस्टर मांगा गया तो साथ में गणना मेजर मुमताज अहमद आये और गणना रजिस्टर साथ ले आए । वही नियुक्ति रजिस्टर नहीं लाए तो गणना मेजर मुमताज अहमद से नियुक्ति रजिस्टर के बारे में पूछा गया तो मुमताज अहमद बताएं कि पुलिस लाइन में नियुक्त विभिन्न मदों में अधिकारी कर्मचारी गण का नियुक्ति रजिस्टर नहीं बना है। इसको लेकर मेरे द्वारा पूछा गया कि किन मदो में नियुक्त अधिकारी कर्मचारी गण कब से नियुक्त है कैसे पता चलेगा तो गड़ना मेजर मुमताज अहमद ने बताया कि आरआई पुलिस लाइन चंदौली द्वारा अपने मन से अधिकारी कर्मचारी गण को नियुक्त किया जाता है और हटाया जाता है । गणना मेजर मुमताज अहमद को पुलिस लाइन चंदौली वापस भेज दिया गया । कुछ देर बाद आरआई निरीक्षक पुलिस लाइन चंदौली मेरे कार्यालय आये और नियुक्ति रजिस्टर बनाने को लेकर मुझे जातिसूचक शब्दों से अपमानित किए और कहा तुम कन्नौज के चमार हो और मैं बनारस का ठाकुर हूं । ठाकुरों की सरकार है । तुम्हारे जैसे लोग हमारे घर में कूड़ा फेंकते हैं । SP,IG,DIG,ADG मेरी जेब में रहते हैं। मैं ही सारी खरीदारी करता हूं और एसपी एएसपी लाइंस, सीओं लाइन हमारे कारिंदे होते हैं । जो मैंने चाहूँ वही रजिस्टर दिखाता हूं। जो नहीं चाहता उसे नही दिखाता हूं। मदो में नियुक्त अधिकारी कर्मचारी गण के रजिस्टर के बारे में पूछने वाले तुम होते कौन हो । एसपी, आई जी डी, आई जी डी जी पूछेंगे, तुम कौन हो । जिसका गवाह मेरा गनर एवं मेरे कार्यालय के समस्त अधिकारी कर्मचारी गण है । RI चंदौली द्वारा इस प्रकार के शब्दों के प्रयोग से मुझे और मेरे मान सम्मान को ठेस पहुंचा है ।
इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल का पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया । मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया ।घटना के बाबत उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आईजी जोन वाराणसी एस के भगत पुलिस अधीक्षक कार्यालय चंदौली पहुंचे और पुलिस लाइन सभागार में एसपी अमित कुमार अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम सरोज की मौजूदगी में अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल अनिल कुमार और आर आई रविंद्र प्रताप सिंह से पूछताछह की और पूरे मामले की जानकारी ली