कोरोना वायरस कहां से आया, कैसे आया। क्या कोरोना की उत्पत्ति चीन से ही हुई? क्या दुनियाभर में कोरोना के फैलने के पीछे का कारण चीन की गलती या फिर उसकी साजिश है? इन सवालों के जवाब ना सिर्फ दुनियाभर के वैज्ञानिक फिर से ढूंढने में लग गए हैं, बल्कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी कोरोना की सच्चाई जानने के लिए बेचैन हैं और इसीलिए अब उन्होंने अपनी एजेंसियों को 90 दिन वाला अल्टीमेटम दे दिया है. 90 दिन का ये अल्टीमेटम चीन के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है
अमेरिका से आई ये बड़ी ख़बर चीन के होश उड़ाने के लिए काफी है क्योंकि इस बार कोरोना का एक एक सच जानने के लिए खुद अमेरिकी राष्ट्रपति ने जांच की कमान अपने हाथों में ले ली है
आप ये समझिए कि बाइडेन के इस एक फैसले से इस बार चीन और अमेरिका के बीच में टकराव अब और भी ज्यादा बढ़ सकता है.
कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर अब तक पूरी दुनिया में किन दो थ्योरी पर चर्चा सबसे ज्यादा रही है, पहली थ्योरी ये मानी जाती है कि वायरस किसी जानवर से इंसानों तक पहुंचा
दूसरी थ्योरी ये बताई जा रही है कि वायरस चीन के वुहान की लैब से निकला। दुनियाभर के जानकारों को इस दूसरी थ्योरी पर शक ज्यादा है. अमेरिका की जांच एजेंसियां भी इस थ्योरी को ध्यान में रखते हुए सबूत जुटाने में लगी हुई हैं..पिछले हफ्ते इसी थ्योरी पर वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपी एक रिपोर्ट से भी बड़ा खुलासा हुआ था.
जिसमें में कहा गया था कि नवंबर 2019 में वुहान लैब के तीन वैज्ञानिक कोरोना के लक्षण जैसी बीमारी से जूझ रहे थे। जबकि इस वक्त तक चीन ने दुनिया को कोरोना महामारी के बारे में नहीं बताया था और चीन में दुनिया का पहला घोषित कोरोना केस दिसंबर 2019 में आया था।
कहा जा रहा है कि ऐसी ही कई रिपोर्ट के सामने आने के बाद अमेरिका कोरोना के मामले में अब तह तक जाना चाहता है और चीन की कोरोना लैब अब अमेरिका के निशाने पर है. इसीलिए अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जांच एजेंसियों को 90 दिन में कोरोना की सच्चाई पता लगाने का आदेश दिया है। ये मालूम करने को कहा है कि क्या ये वायरस वाकई वुहान लैब से ही निकला, इस फैसले की एक बड़ी वजह ये भी है कि खुद बाइडेन ने मार्च के महीने में कोरोना की उत्पत्ति को लेकर जांच एजेंसियों को विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा था. ये रिपोर्ट उन्हें इसी महीने मिल चुकी है. जिसे देखने के बाद ही उन्होंने 90 दिन वाली जांच का आदेश दिया है। हालांकि चीन ने बाइडेन पर पलटवार किया. जो बाइडेन प्रशासन पर कोरोना वायरस की उत्पत्ति की दोबारा जांच कराने की मांग कर अपनी जिम्मेदारी से बचने और राजनीति करने का आरोप लगाया।
चीन जवाब में कुछ भी कहे लेकिन आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि ट्रंप से लेकर बाइडेन तक चीन पर अमेरिका की निगाहें टेढ़ीं रही हैं और अगर इस बात का खुलासा हो गया कि कोरोना वायरस चीन की वुहान लैब से ही निकला, और इसमें चीन की साजिश है. तो यकीन मानिए इसके बाद चीन से अमेरिका की दुश्मनी और बढ़ेगी, हो सकता है कि इसके बाद दोनों सुपरपावर का ये तनाव युद्ध स्तर तक भी पहुंच जाए