अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट पर ज़मीन घोटाले का आरोप लगाकर आम आदमी पार्टी और दूसरी पार्टियां खुद घिर गई हैं। मंदिर ट्रस्ट को ज़मीन बेचने वाले सुल्तान अंसारी ने घोटाले के आरोप खारिज कर दिये। अंसारी ने कहा कि ज़मीन पर उनका एग्रीमेंट 2011 में हुआ था। ऐसे में सिर्फ़ 10 मिनट में क़ीमत 2 करोड़ से साढ़े 18 करोड़ हो जाने के आरोप झूठे हैं।
सुल्तान अंसारी ने कहा कि 2011 से एग्रीमेंट चलता चला आ रहा , 4 बार रिनिवल हुआ. राम जन्मभूमि पर हमारी आस्था है , इस लिए राम के काम के लिए जमीन दिया. .जमीन की सर्किल रेट देखे तो यह जमीन 24 करोड़ की जमीन है , सर्किल रेट से कम में ट्रस्ट को दिया है , आरोप गलत हैं। मेरे पास साक्ष्य हैं. तो वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने घोटाले के आरोप दोहराते हुए इसकी CBI और ED जांच की मांग की। वहीं विश्व हिन्दू परिषद ने ऐलान किया कि झूठे आरोप लगाने वाले नेताओं पर वो मानहानि का मुकदमा करेगी। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पहले ही बयान में जम़ीन खरीदी का पूरा ब्योरा देते हुए घोटाले के आरोप खारिज कर चुका है।