Work From Home को लेकर Google का बड़ा खुलासा, इससे कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है - The Media Houze

कोरोना संक्रमण काल ने लोगों के कामकाजी और व्यक्तिगत जीवन को एक कर दिया है. यानी घर अब ऑफिस बन गया है। जब कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई तो लोगों को वर्क फ्रॉम होम का आइडिया खूब जमा. लोगों को घर में सुरक्षित रहकर काम करना पसंद आया. लेकिन समय के साथ अब लोगों को परेशानी होने लगी है. दरअसल अब समस्या ये आ रही है कि घर में लोगों को खुद के लिए समय नहीं मिल रहा है क्योंकि घर ऑफिस बन चुका है. और ऑफिस वाला दबाव लोगों को घर में भी परेशान कर रहा है. लोग अब अपने प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ के बीच संतुलन नहीं बना पा रहे हैं.

सर्च इंजन गूगल का एक शोध बताता है कि वर्क फ्रॉम होम यानी घर में रहकर काम करने वाले 68 प्रतिशत लोग एक ही फोन या इस्तेमाल आधिकारिक और निजी काम में करते हैं। और इस वजह से उनका व्यक्तिगत और कामकाजी जीवन प्रभावित हो रहा है। वो इसमें संतुलन नहीं बना पा रहे हैं जिससे मानसिक दबाव बढ़ रहा है.

वर्क फ्रॉम होम कर्मचारियों को कंपनी की ओर से दी गई सुविधा है जिसको लेकर कर्मचारी अब दुविधा में हैं। दरअसल घर में रहकर काम करने की वजह से ना काम का समय तय है ना ही परिवार के साथ समय बिताने का समय तय है. यही वजह है कि असंतुलन की स्थिति बन गई है.