पश्चिम बंगाल में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद से ममता बनर्जी में आत्मविश्वास गजब का बढ़ गया है ।अब ममता बनर्जी बंगाल की राजनीति से बाहर दिल्ली तक अपनी राजनीति ताकत को बढ़ाना चाहती हैं । इसी कड़ी में आज दिल्ली में एक बैठक होने जा रही है, जो 2024 के हिसाब से काफी अहम मानी जा रही है ।
आज दिल्ली में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के घर पर शाम 4 बजे एक बैठक होने वाली है ।
मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ बने राष्ट्र मंच की बैठक है । राष्ट्र मंच का गठन मौजूदा टीएमसी उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा ने 2018 में किया था । इस बैठक में आम आदमी पार्टी से संजय सिंह और पवन वर्मा समेत कई और नेताओं के भी आने की उम्मीद है । यशवंत सिन्हा के राष्ट्र मंच से शत्रुघ्न सिन्हा और मनीष तिवारी भी जुड़े हुए थे । लेकिन आज की बैठक में कांग्रेस से कोई भी शामिल नहीं होगा ।
यशवंत सिन्हा का ये मंच राजनीतिक मंच नही है लेकिन भविष्य में इसके माध्यम से किसी तीसरे विकल्प की संभावना से इनकार भी नहीँ किया जा सकता । इसकी एक बड़ी वजह भी है । दरअसल यशवंत सिन्हा की मुलाकात से एक दिन पहले ही विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने भी शरद पवार से मुलाकात की थी । प्रशांत किशोर इससे पहले भी शरद पवार से एक बार मिल चुके हैं । कहा तो ये भी जा रहा है कि यशवंत सिन्हा और प्रशांत किशोर ममता बनर्जी को तीसरे मोर्चे का चेहरा बनाने की कोशिश कर रहे हैं । यानी कुछ दिनों के अंदर ममता बनर्जी से जुड़े दो लोगों की शरद पवार से मुलाकात कोई सामान्य घटना तो नहीं हो सकती । वैसे एनसीपी के नेता इस मुलाकात को 2024 की तैयारी से जोड़ने से इंकार कर रहे हैं, लेकिन संकेत भी दे रहे हैं कि मोदी सरकार के खिलाफ बड़ी रणनीतिक तैयारी हो रही है ।
जब से ममता बनर्जी तीसरी बार बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी हैं उनका केंद्र से विवाद पहले के मुकाबले बढ़ गया है । कई मौकों पर ममता बनर्जी खुलेआम ऐलान कर चुकी हैं कि वो 2024 में प्रधानमंत्री मोदी को रोकने की तैयारी में जुटेंगी । अब सवाल है कि आज शरद पवार के घर होने वाली बैठक क्या ममता बनर्जी की मोदी सरकार के खिलाफ 2024 वाली तैयारी का ही हिस्सा है? और क्या शरद पवार तीसरा मोर्चा के संयोजक की भूमिका में होंगे ।