देश में अभी कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार अभी कम ही हुई है. नए खतरे ने सिर उठाना शुरु कर दिया है. कोरोना वायरस के नए वैरियंट डेल्ट प्लस का ने चिंता बढ़ा दी है. आंकड़ों के मुताबिक देश के 18 जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 50 मामले सामने आ चुके हैं. कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में मिले हैं. महाराष्ट्र में अब तक डेल्टा प्लस के 20 मामले मिल चुके हैं..जबकि मध्य प्रदेश में 7 मरीज सामने आए है. पंजाब-गुजरात में 2-2, केरल में 3, आंध्र प्रदेश में एक, तमिलनाडु में 9, ओडिशा में एक, राजस्थान में एक, जम्मू और कर्नाटक में भी एक-एक केस सामने आया है.
गनीमत ये है, कि अभी तक उत्तर प्रदेश में कोई केस रिपोर्ट नहीं किया गया है. राज्य में अलर्ट जारी कर दिया गया है. पीजीआर के डायरेक्टर आरके धीमान ने सभी से सतर्क रहने की अपील की. क्योंकि अगर थोड़ी सी भी लापरवाही हुई. तो स्थिति गंभीर हो सकती है. इस बीच लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्याल यमें जीनोम सिक्वेसिंग के जरिए डेल्टा प्लस वैरियंट का पता लगाया जा रहा है. साथ ही ये भी जानने की कोशिश हो रही है. कि कोरोना वायरस कितने रूप बदल सकता है. केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग अमिता जैन के मुताबिक डेल्टा प्लस वेरिएंट बहुत ज्यादा अलग नहीं है. हालांकि अभी ये अनुमान नहीं लगाया जा सकता कि ये वैरियंट कितनी तबाही मचा सकता है. लिहाजा सतर्कता ही बचाव है. डेल्टा प्लस वैरियंट की दस्तक ने लोगों को दहशत से भर दिया है. लखनऊ की वर्षा तिवारी का पूरा परिवार कोविड संकट की दूसरी लहर में शिकार हो गया था. अब तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है. तो परिवार डर सताने लगा है.
फिलहाल स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा है. होम्योपैथिक विभाग भी तैयारी कर रहा है. उत्तर प्रदेश होम्योपैथी बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. बीएन सिंह ने बताया, कि डेल्टा प्लस वैरियंट के जो भी लक्षण होंगे. उस हिसाब से इलाज शुरु किया जाएगा. तीसरी लहर की आहट के बीच यूपी सरकार हर मुमकिन तैयारी में जुटी हुई है. मेडिकल व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है…साथ ही लोगों को सतर्क रहने को कहा जा रहा है.ताकि दूसरी लहर जैसी स्थिति न बने