देश में जितने भी लोग हैं, हर शख्स अपनी जरुरत, अपने शौक के हिसाब से सामान खरीदता है, उसकी सर्विस लेता है. जिस भी चीज या सर्विस के लिए आप पैसा देते हैं, आप उसके लिए भारतीय कानून के मुताबिक ग्राहक हैं. और भारत का संविधान आपको ये अधिकार देता है कि आपने जो भी सामान या सेवा ली है, अगर वो सामान या सर्विस वैसा नहीं निकला, जिसका आपसे वादा किया गया. कम्पनी प्रचार प्रसार कर रही है, प्रोडक्ट में मिलावट कर बेच रही है, संस्था अपनी बातों से मुकर रही है तो वो ग्राहक के अधिकार का हनन है. और इसके लिए सरकार उस संस्था पर कार्रवाई कर सकती है. आपके आर्थिक और मानसिक या उसकी वजह से आपके जीवन में किसी भी तरह का नुकसान हुआ है तो सरकार की संस्था Consumer Court आपके सारे नुकसान का आंकलन कर आपके नुकसान की भरपाई करता है
हर वो शख्स ग्राहक है जो किसी सामान लेने के बदले पैसे देता है या फिर किसी सेवा , किसी काम के लिए पैसा देता है, अगर आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं और इसके लिए आपने पैसे देकर टिकट लिया है तो आप रेलवे के ग्राहक हैं, अगर आपने किसी दुकानदार से कोई […]
अगर आपने कोई सामान खरीदा है या किसी भी तरह के सर्विस के लिए पैसे का भुगदान किया है तो आप सरकार के कानून की नजर में एक उपभोक्ता हैं और आप को मिले सामान या सेवा उस तरह से नहीं मिली है, जैसा बताया गया है और उससे आपको परेशानी हुई है तो आप […]