किशनगंज अल्पसंख्यक बहुल जिला होने के कारण यहां 560 बेड का अल्संख्यक आवासीय विद्यालय बनने से अल्पसंख्यक बच्चों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा. साथ ही इस समुदाय के गरीब बच्चों तक शिक्षा की रोशनी पहुंच पाएगी. इस अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय में वर्ग नौ से बारहवीं वर्ग के बच्चों को इस विद्यालय में रहने, खाने, पुस्तक आदि की मुफ्त सुविधा मिलेगी, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के गरीब बच्चे यहां रहकर बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे.
पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में पिछले पांच वर्षों के अंदर में किशनगंज जिले में जितना काम हुआ है वो बिहार के किसी भी जिले में नही हुई है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक हजार करोड़ की लागत से डॉ कलाम कृषि कॉलेज का तौहफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व में दिया। जहां फिशरी, वेटनरी एवं कृषि तीनों की पढ़ाई की शुरुआत हो चुकी है। 80 करोड़ की लागत से खाड़ी बस्ती गांव में इंजीनियरिंग कॉलेज बनकर तैयार है।16 करोड़ की लागत से भेड़िया डांगी ब्लॉक में छात्राओं के लिए आईटीआई कॉलेज बनकर तैयार है।मोतिहारा तालुका पंचायत में 30 करोड़ की लागत से जीएनएम स्कूल का निर्माण हो रहा है। उधर जदयु एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार का तारीफ कर कहा कि किशनगंज के मुसलमानों के बच्चे बच्चियों के लिए इससे बड़ा काम कोई सरकार कर नहीं सकती जो नीतीश कुमार ने आज कर दिया है. जदयु एमएलसी खालिद अनवर ने AIMIM को हैदराबादी पार्टी बताकर उनपर निशाना साधते हुए कहा कि कोचाधामन में रेलवे स्टेशन बना देंगें,हवाई अड्डा बना देंगे और औवेसी हॉस्पिटल बना देंगे,बातें करके चुनाव को मजहबी जंग बना कर लोगों को गुमराह कर वोट लिया था।जिसे किशनगंज की जनता इनके झूठे वादे को जान चुकी है।