क्रिसमस की रात प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वैक्सीन को लेकर वो ऐलान किया, जिसका इंतजार देश के लाखों अभिभावक और नई पीढ़ी को था। प्रधानमंत्री ने कहा कि नए साल में देश-भर में 15 साल से 18 साल की आयु के बच्चों को वैक्सीन लगाई जाएगी। प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन की तारीख भी बताई । देश में ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए पीएम मोदी का ये ऐलान काफी अहम है। जिससे देश के लाखों बच्चों को कोरोना के खिलाफ सुरक्षा कवच मिलेगा। इसके बाद पीएम मोदी ने दूसरी बड़ी घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बूस्टर डोज की शुरुआत होगी। बूस्टर डोज़ हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगाई जाएगी। इसके साथ ही गंभीर बीमारी से पीड़ित 60 साल से ऊपर के नागरिकों को भी बूस्टर डोज दी जाएगी।
अब तक देश में जितनी भी कोरोना वैक्सीन है, वो इंजेक्शन के जरिए दी जाती है। प्रधानमंत्री ने ऐलान किया कि जल्द ही नेज़ल और DNA वैक्सीनेशन की शुरुआत हो सकती है । पीएम मोदी ने कोरोना के खिलाफ़ वैक्सीनेशन अभियान की सफलता की कहानी बताई । देश में अब क 141 करोड़ वैक्सीन डोज दी जा चुकी है । भारत की 61 प्रतिशत से ज्यादा वयस्क जनसंख्या को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है । करीब 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है । और अब नए साल में देश वैक्सीनेशन के नए चरण में प्रवेश करेगा जहां नई पीढ़ी को भी वैक्सीन की सुरक्षा मिलेगी। इसके साथ ही हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और बीमार बुजुर्गों को बूस्टर डोज भी लगाया जाएगा। वैक्सीन और बूस्टर की दोहरी शक्ति से कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को हराने में काफी मदद मिलेगी।