महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के ताबूत को सोमवार को राजकीय अंतिम संस्कार के लिए वेस्टमिंस्टर एबे ले जाया गया और इस दौरान बिग बेन की आवाज बंद हो गयी, वहीं प्रार्थनाएं बजने लगीं। लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन समेत दुनियाभर के करीब 500 नेता एवं शाही परिवार के लोग पहुंचे हैं। गौरतलब है कि सत्तर साल तक राजगद्दी पर आसीन रहीं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का आठ सितंबर को बाल्मोरल कैसल स्थित उनके आवास में निधन हो गया था।
महारानी के ताबूत की इस यात्रा में उनके बेटे और महाराजा चार्ल्स पीछे चल रहे थे। महाराजा के साथ उनके बेटे प्रिंस विलियम और प्रिंस हैरी तथा भाई-बहन प्रिंसेस एनी और प्रिंस एंड्रयू तथा प्रिंस एडवर्ड थे। इस अंतिम यात्रा में साथ चलने वाले राजपरिवार के सबसे कम उम्र के सदस्यों में 9 वर्षीय प्रिंस जॉर्ज तथा सात साल की प्रिंसेस शेरलोट थीं। दोनों अपने माता-पिता प्रिंस और प्रिंसेस ऑफ वेल्स के बीच में चल रहे थे।
अंतिम संस्कार से पहले शाही परिवार ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का सोमवार को अंतिम चित्र जारी किया, जिसमें वह हल्के नीले रंग की पोशाक पहने अपने चिर परिचित अंदाज में मुस्कुराती नजर आ रही हैं। सोमवार को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई थी, और देश भर में टीवी, उद्यानों एवं सार्वजनिक स्थलों पर बड़े स्क्रीन के माध्यम से अंतिम संस्कार का सीधा प्रसारण किया गया। साथ ही लंदन के इतिहास में एक दिन के सबसे बड़े पुलिस अभियान के तहत हजारों पुलिस अधिकारी ड्यूटी पर तैनात रहे।