कई दिनों से उत्तर प्रदेश में ये सियासी सुगबुगाहट चल रही थी कि योगी मंत्रिमंडल से लेकर प्रदेश बीजेपी संगठन में फेरबदल हो सकता है। कुछ मंत्रियों का टिकट कट सकता है तो कुछ नए चेहरे कैबिनेट में लाए जा सकते हैं। लेकिन इन अटकलों पर अब विराम लगता दिख रहा है। सूत्रों से खबर है कि, यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार नहीं किया जाएगा और विधानसभा चुनाव योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उनके चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के हर विधायक का रिपोर्ट कार्ड बनेगा और उसकी समीक्षा की जाएगी। रिपोर्ट कार्ड बेहतर रहने पर ही टिकट मिलने की गारंटी है। ये रिपोर्ट कार्ड संगठन तैयार करेगा लेकिन किसे विधानसभा का टिकट मिलेगा इस पर आखिरी मुहर सीएम योगी आदित्यनाथ ही लगाएंगे। यूपी में अगले साल फरवरी-मार्च में चुनाव हैं। और अभी से बीजेपी आलाकमान ने उत्तर प्रदेश को लेकर चुनावी रणनीतियां बनानी शुरू कर दी हैं। 5 और 6 जून को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन भी किया था और पीएम मोदी को रिपोर्ट भी दी थी।