दरभंगा ब्लास्ट मामले में एक मोबाइल नंबर से साज़िश के धागे धागे लगातार खुलते ही जा रहे हैं । 17 जून को देश को दहलाने की बड़ी साजिश बेशक नाकाम हो गई लेकिन इस साजिश के तार एक बार फिर सरहद पार जुड़ गए हैं. हिंदुस्तान में बर्निंग ट्रेन की इस साजिश को अंजाम देने वालों 4 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. NIA को पहले ही इमरान और नासिर को कस्टडी मिल चुकी है और अब मुख्य साजिशकर्ता कफील को भी 6 दिन की NIA की कस्टडी में भेज दिया गया है. कफील को फिलहाल पटना के बेऊर जेल में भेजा जा रहा है. जहां से NIA की टीम उसे अपनी हिरासत में लेगी. NIA की विशेष अदालत ने साज़िश के सूत्रधार सलीम को न्यायिक हिरासत में भेजा है. बीमार होने की वजह से फिलहाल उसे NIA की कस्टडी में नहीं भेजा गया पाकिस्तान में इस साजिश का मास्टर माइंड इकबाल काना है. उसी के इशारे पर ये ख़ौफनाक प्लान तैयार किया गया था. NIA का कहना है कि वारदात के लिए फिलाहल 1 लाख 60 हजार रुपये की फंडिंग की गई थी. लेकिन अगर ये लोग अपने मंसूबे में कामयाब हो जाते तो इन्हें करोड़ों रुपये की फंडिंग होती. बहरहाल साजिश को सभी किरदार फिलाहल NIA की गिरफ्त में हैं और अब इनसे पूछताछ कर NIA की टीम इसे पूरी तरह से बेपर्दा करने की तैयारी में है. क्योंकि इस साजिश ये सवाल बड़ा कर दिया है कि क्या देश की लाइफलाइन भारतीय रेलवे अब आतंकियों की रडार पर हैं और पाकिस्तान में बैठे आतंकी किस तरह से इस साजिश को अंजाम देना चाहते हैं