यूक्रेन के कई शहरों पर रूस का मिसाइलों से हमला जारी है. घातक हथियारों से यूक्रेन में 33 दिनों से तबाही हो रही है. दोनों देशों के बीच भीषण जंग अभी थमती नजर नहीं आ रही. अब सबकी नजरें तुर्की में आज से होने वाले रूस यूक्रेन के बीच बातचीत पर टिकी हैं. पूरी दुनिया ये उम्मीद कर रही है कि, बैठक में कोई सहमति बने और महीनों से जारी महाविनाश का अंत हो. यूक्रेन के कई शहरों में रूस के मिसाइल आग उगल रहे हैं. 24 फरवरी से महाजंग जारी है और शहर शहर में तबाही है. लाशों में बदलते और अपनी ही सरजमीं छोड़ने को मजबूर इंसान हैं. यूक्रेन के कई खूबसूरत शहर भीषण जंग की भेंट चढ़ गए हैं. लवीव, खारकीव सहित कई शहर मलबे और खंडहर में तब्दील हो गए हैं. रूस के परमाणु हमले की धमकी के बाद दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध का खतरा बढ़ गया है. महाविनाश की आशंका से पूरी दुनिया सहमी हुई है. रूस यूक्रेन के बीच छिड़ी महाजंग को इतने दिन बीत गए, बावजूद इसके अभी जंग थमने की संभावना दूर दूर तक नजर नहीं आ रही. जंग खत्म करने को लेकर दोनों देशों में बातचीत तो हुई लेकिन कोई सार्थक नतीजा अभी तक नहीं निकला. यूक्रेन और रूस के बीच अगले दौर की वार्ता फिर होने जा रही है. दोनों देशों के डेलीगेशन के बीच आज से 30 मार्च तक टर्की में अहम बाचतीत होने जा रही है. दोनों पक्षों ने टर्की में मिलने पर फैसला किया है. टर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने दावा किया है कि इस बार अन्य बिंदुओं पर भी सहमति बनने की उम्मीद है.हालांकि यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा कह चुके हैं कि रूस के साथ अहम बिंदुओं पर कोई सहमति नहीं थी. एक महीने से चल रहे युद्ध की वजह से अभी तक यूक्रेन से 37 लाख लोग बेघर हो चुके हैं. अब दुनिया भर की नजरें आज से होने वाली रूस यूक्रेन के बीच होने वाली वार्ता पर टिकी है कि भीषण जंग रोकने के लिए दोनों देशों में आखिर क्या पहल होती है और महातबाही का सिलसिला आखिर कब थमता है.
