अब अनाज लेने के लिए सरकारी राशन की दुकानों के आगे लाइन लगाकर खड़े होने की जरूरत नहीं होगी। और न ही राशन कम मिलने की शिकायत रहेगी। क्योंकि अन्न एटीएम के जरिए कुछ ही सेकंड में राशन का अनाज मिल जाएगा और उसका वजन भी बिलकुल सही होगा। यानी ये अन्न एटीएम जनवितरण प्रणाली को और पारदर्शी बनाएगा. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत सरकार आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को हर महीने पांच किलो गेहूं या चावल मुफ्त देती है। इस अन्न एटीएम के जरिए लोग ये अनाज ले सकते हैं। हरियाणा सरकार जन वितरण प्रणाली यानी पीडीएस की खामियों को दूर करने के लिए ग्रेन एटीएम स्थापित करने की योजना पर काम कर रही है। इसके पायलट प्रोजेक्ट के तहत ये पहली मशीन गुरुग्राम में सरकारी राशन की एक दुकान पर लगाई गई है। इस मशीन से चावल गेहूं और बाजरा यानी तीन तरह के अनाज का वितरण किया जाएगा। शुरुआत गेहूं से की गई है। इस अन्न एटीएम का नाम अन्नपूर्ति रखा गया है। ये एक ऑटोमेटिक और हाईटेक मशीन है जो टचस्क्रीन और बायोमेट्रिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम से लैस है। यहां बस अंगूठा लगाइए और अनाज ले जाइए अन्नपूर्ति मशीन को चलाने के लिए डिपो संचालक के अलावा दो लोगों की जरूरत होगी।मशीन के पिछले हिस्से में अलग अलग अनाजों के लिए बॉक्स बनाए गए हैं, जिन्हें समय समय पर भरना होगा। ये अन्नपूर्ति मशीन मेक इन इंडिया मिशन के तहत तैयार की गई है और इस तरह से ये आधुनिक भारत के तकनीकी विकास की पहचान है। अन्नपूर्ति मशीन बैंक एटीएम की तरह काम करती है। यूनाइटेड नेशन के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के तहत स्थापित इस मशीन को तकनीकी भाषा में ऑटोमेटिड, मल्टी कमोडिटी, ग्रेन डिस्पेंसिग मशीन कहा जाता है. अन्न एटीएम बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के सिद्धांत पर काम करती है। मशीन में टच स्क्रीन के साथ एक बायोमेट्रिक मशीन लगी हुई है। जहां पर लाभार्थी को सबसे पहले अपना आधार या राशन कार्ड का नंबर डालना होगा। इसके बाद बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठे के निशान से उसकी पहचान सुनिश्चित की जाएगी। मशीन में अनाज की मात्रा की एंट्री करनी होगी। और फिर सरकार की ओर से निर्धारित अनाज खुद ब खुद मशीन मशीन के नीचे लगाए गए बैग में भरा जाएगा। बायोमेट्रिक पहचान पारदर्शिता कायम करने के लिए जरूरी है ताकि कोई धोखाधड़ी कर अनाज नहीं निकाल सके। कई बार पीडीएस में इस तरह की गड़बड़ी के आरोप लगते हैं। बायोमेट्रिक सिस्टम से धांधली की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। जनवितरण प्रणाली के तहत देश भर में राशन की सरकारी दुकानें हैं। वहां से अनाज लेने के लिए विशेष तरह के कार्ड की जरूरत होती है। लेकिन लोगों को सरकारी राशन दुकानों से तरह तरह की शिकायत रहती है। कभी दुकान बंद रहती है तो कभी अनाज का स्टॉक खत्म हो जाता है और कभी वजन कम होने की बात सामने आती है। लेकिन इस डिजिटल अन्न एटीएम से ये तमाम शिकायतें खत्म हो जाएंगी। इससे न सिर्फ अनाज लेने वाले लोगों को बल्कि राशन डिपो संचालकों को भी फायदा होगा। दोनों का समय बचेगा और परेशानी भी नहीं होगी.