यूपी में धीरे-धीरे जीका वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. दिवाली से पहले शुरू हुए जीका वायरस के मामले दिवाली के बाद तेज़ी से बढ़ने लगे हैं. केवल रविवार को ही 1 दर्जन से अधिक मामले मिलने से चिंता बढ़ गई है. शहर के कांशीराम अस्पताल में जीका वार्ड में संक्रमित लोगों का इलाज चल रहा है और यहां से लगातार सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. कानपुर शहर के तीन किलोमीटर के दायरे में 12 मोहल्लों पर जीका का सबसे अधिक असर है. इनमें चकेरी, परदेवनपुरवा, पोखरपुर, कालीबाड़ी, लालबंगला, शिवकटरा, काकोरी और हरजिंदर नगर, श्याम नगर, ओम पुरवा, तिवारीपुर जैसे मोहल्ले शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग लगातार सभी जरूरी एहतियात बरत रही है. कानपुर में अब तक जीका वायरस के मामले 100 के करीब पहुंच गए हैं। वहीं अब कन्नौज में भी जीका वायरस के मिले है. इसके बाद प्रशासन अलर्ट पर है. लोगों के सैंपल लगातार जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. कन्नौज के सीएमओ का कहना है कि अब तक19 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जीका का संक्रमण डेंगू की तरह ही होता है..ऐसे में ये आशंका है कि आने वाले समय में जीका वायरस के और अधिक केस सामने आएंगे। डॉक्टरों का मानना है कि जीका से बचने के लिए सावधानी की अधिक जरुरत है. ये जीका के मरीज के संपर्क में आने के साथ साथ इसके मच्छर के काटने से फैलता है. न ही इसका कोई इलाज है और न वैक्सीन, ऐसे में केवल और केवल बचाव ही समुचित उपाय है. इसीलिए घर में मच्छर नहीं पनपने दें, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें साथ ही प्रभावित इलाके में यात्रा के बाद बुखार हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।