राजधानी रांची के रांची रेलवे स्टेशन से तीन नाबालिग और चार छात्राओं को रेस्क्यू किया गया है। रेस्क्यू किए गए नाबालिगों में से तीन सिमडेगा की है और 4 लड़कियां गुमला की। हालांकि अधिकारी के मुताबिक सभी लड़कियां नाबालिग लग रही है लेकिन एज के मिलान के बाद ही सही उम्र स्पष्ट हो पाएगी लेकिन अभी सभी को बाल आश्रय भेज दिया गया है। बच्चों को रेस्क्यू करने वाली इंस्पेक्टर के मुताबिक कल स्टेशन में चेकिंग के दौरान कुछ संदेहास्पद स्थिति में बच्चियों को देखा गया और जब उनसे पूछताछ हुई तो यह पता चला कि उन्हें काम कराने के लिए दिल्ली ले जाया जा रहा है। मामले में दो आरोपी तस्करों को भी डिटेन किया गया है जिनसे पूछताछ चल रही। वहीं पूरे मामले को लेकर गुमला और सिमडेगा थाने की पुलिस को जानकारी दी जा चुकी है।
जिन दो युवक और युवतियों को तस्करी के आरोप में डिटेन किया गया है और जिनसे पूछताछ चल रही है उनके मुताबिक एक बच्चे को दिल्ली भेजने के लिए उन्हें ₹15000 मिलते हैं और बच्चियों को काम के लिए 8 से 10 हजार रुपए दिए जाते हैं। वहीं आरोपी महिला तस्कर के मुताबिक कई बच्चियां तो वह मां-बाप की इच्छा से ही बड़े शहरों में जाती हैं हालांकि कुछ बच्चियां दूसरे लोगों को देखकर चली जाती हैं
बहरहाल आए दिन नाबालिग के तस्करी का मामला प्रकाश में आता है। हालांकि लोगों के मुताबिक सभी बच्चियां अपने मन से बड़े शहरों में जाती हैं ताकि वे दूसरों के घरों में काम कर पैसा कमा सकें। लेकिन इसी की आड़ में कई बच्चियों के साथ बहुत कुछ गलत भी होता है इसीलिए जरूरी है कि इस पूरे तस्करी पर ही वक्त रहते रोक लगाई जाए