भारत और सऊदी अरब के बीच सदियों पुराने आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों को मजबूती देने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर शनिवार को सऊदी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आपस में सहयोग, साझा विकास, समृद्धि, स्थिरता, सुरक्षा और विकास के मुद्दों पर कई सभाओं में हिस्सा लिया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दिया गया लिखित संदेश सौंपा। इस दौरान उन्होंने युवराज को द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति से भी अवगत कराया।
विदेश मंत्री ने ट्वीट कर दी मुलाकात की जानकारी
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट किया, आज शाम जेद्दा में युवराज मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी का संदेश दिया। उन्हें हमारे द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति से अवगत कराया। हमारे संबंधों के बारे में विचार साझा करने के लिए उनका धन्यवाद।
भारतीय समुदाय को भी किया संबोधित
सऊदी अरब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वंदे भारत मिशन के तहत दुनिया भर से कम से कम सात मिलियन लोगों को वापस देश लाया गया था। उन्होंने कहा कि हमने इस मिशन के तहत दुनिया भर से 70 लाख भारतीयों के वापस वापस लाए और ऐसा किसी ने भी नहीं किया। यह दुनिया की सबसे बड़ी निकासी है, जो कोविड के दौरान की गई थी। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है। रियाद में भारतीय दूतावास के अनुसार सऊदी अरब में लगभग 22 लाख भारतीय हैं जो यहां सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है।
विदेश मंत्री ने रविवार सुबह रियाद में ‘प्रिंस सऊद अल फैसल इंस्टीट्यूट ऑफ डिप्लोमैटिक स्टडीज’ में राजनयिकों को संबोधित किया। एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि आज सुबह रियाद में ‘प्रिंस सऊद अल फैसल इंस्टीट्यूट ऑफ डिप्लोमैटिक स्टडीज’ में राजनयिकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया कई समस्याओं का सामना कर रही है तब भारत-सऊदी के संबंध बहुत महत्वपूर्ण हो जाते हैं। अपने दूसरे ट्वीट में जयशंकर ने कहा कि दोनों देश आपसी सहयोग, साझा विकास, समृद्धि, स्थिरता, सुरक्षा और विकास का वादा करते हैं।
सऊदी अरब और भारत के बीच अच्छे व्यापारिक संबंध
भारत के कच्चे तेल का 18 प्रतिशत से अधिक आयात सऊदी अरब से होता है। वित्त वर्ष 22 अप्रैल से दिसंबर के दौरान, द्विपक्षीय व्यापार का मूल्य 29.28 अरब डॉलर था। इस अवधि के दौरान, सऊदी अरब से भारत का आयात 22.65 अरब डॉलर का था और सऊदी अरब को निर्यात 6.63 अरब डॉलर का था।