संघु बॉर्डर से आंदोलनजिवियों की पोल खोलने वाली एक और तस्वीर सामने आई है. जहां आंदोलन में शामिल एक शख्स को स्थानीय लोगों नए उस समय पकड़ लिया जब वो अपने साइकिल पर खालिस्तान लिखवाकर बाजार गया था .
स्थानीय लोगों ने जब खालिस्तान लिखने पर एतराज जताया तो ये शख्स उन्हें धमकी देने लगा… उन्हें नकली किसानों के आंदोलन में आने की चुनौती देने लगा, लेकिन जब स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई तो ये आंदोलनजिवी खालसा को ही खालिस्तान बना लगा. ये बताता है कि किसान आंदोलन की आड़ में आंदोलनजिवी समाज में कितना जहर बो रहे हैं