पशुपालन और दुध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार 7 लाख का लोन दे रही है, इसके लिए केंद्र सरकार ने 1 सितंबर 2010 को डेयरी इंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट स्कीम ( DEDS) योजना की शुरुआत की, जिसके तहत पशुपालन के लिए 10 भैंस की डेयरी को 7 लाख का ऋण पशुधन विभाग मुहैया कराऐगी साथ ही इसके लिए पशुपालन करने वाले शख्स को कुल प्रोजेक्ट कॉस्ट का 33.33 फीसद तक सब्सिडी भी मिलेगा. जो कि हर वर्ग के लिए है. जैसे सामान्य वर्ग के लिए 25%, SC और महिला लिए 33 % सब्सिडी है. लेकिन लोन के लिए उद्यमी को पूरे प्रोजेक्ट कॉस्ट का कम से कम 10 फीसद अपने पास से लगाना होगा
कौन सी संस्थान देगी लोन
1) क्षेत्रीय बैंक
2) राज्य सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक
3) वाणिज्यिक बैंक
4) राज्य सहकारी बैंक
5) अन्य संस्थान जो NABARD से पुनर्वित्त पाने के पात्र है.
लोन लेने के लिए जरूरी दस्तावेज
1) प्रोजेक्ट का बिजनेस प्लान
2) 1 लाख से अधिक लोन के लिए जमीन संबंधी कुछ कागजद गिरवी रखना पड़ सकता है.
3) जाति प्रमाण पात्र
4) पहचान पत्र और प्रमाण पत्र
कैसे मिलेगा लोन
लोन लेने के लिए पशुपालक को किसी राष्ट्रीयकृत बैंक या अपने नजदीकी पशु केंद्र पर जाना होगा, और वहां से नाबार्ड के तहत मिलने वाली सब्सिडी का फॉर्म लेना पड़ेगा, इसके बाद फॉर्म भर कर जरुरी दस्तावेजों के साथ बैंक में जमा करना पड़ेगा. जिसके बाद बैंक पशुपालक के आवेदन को पास करने के लिए नाबार्ड भेजती है फिर नाबार्ड सब्सिडी देने के लिए बैंक को लोन मुहैया कराएगा. लोन लेने के लिए जरुरी शर्त ये भी है पशुपालक ने किसी भी बैंक से कोई लोन न लिया हो.
नाबार्ड और लोन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप नाबार्ड के अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं https://www.nabard.org/content.aspx?id=591