कुपोषण को दूर करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से कई कार्यक्रम चलाये जा रहे है, लेकिन सरकार और प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद डूंगरपुर में कुपोषण का कलंक मिटने का नाम नहीं ले रहा है. कुपोषण को लेकर जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के आंकड़े ना केवल बेहद चौंकाने वाले हैं, बल्कि चिंताजनक भी है. जिले में अब भी 24 हजार 790 बच्चे कुपोषित है.
आंकड़ों के जरिए समझिए कि डूंगरपुर के किस ब्लॉक में कितने बच्चे कुपोषित और कितने अतिकुपोषित हैं..।
ब्लॉक कुपोषित अतिकुपोषित
आसपुर 3, 941 17
बिछीवाडा 3,492 0
दोवडा 1,435 6
डूंगरपुर 3,120 30
झोथरी 2,657 11
सागवाड़ा प्रथम 1,451 0
सागवाड़ा द्वितीय 2,227 0
सीमलवाड़ा 3,322 0
चिखली 3,145 0
कुल 24,790 64
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी दावा करते हैं, कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर 6 माह से लेकर 5 साल तक के बच्चों का नामांकन कर उन्हें पोषाहार दिया जा रहा है. इसमें बच्चों को गर्म और पैकिंग पोषाहार के अलावा दूध पाउडर भी दिया जा रहा है. सरकारी अधिकारी भले ही लाख दावे करे, लेकिन आंकड़ों झूठ नहीं बोलते. सरकारी योजनाओं में भारी भरकम खर्च के बावजूद डूंगरपुर में अब भी हजारों बच्चे कुपोषण का शिकार हैं.