अफगानिस्तान में तालिबान अपने नागरिकों के लिए रोजाना नए नियम लागू कर रहा है । इस्लामी कानून और अफगानी रीति- रिवाज की आड़ में लोगों पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं । तालिबान के नए फरमान के मुताबिक सभी कर्मचारियों को दाढ़ी रखने और ड्रेस कोड का पालन करने का निर्देश दिया गया है । तालिबानी अधिकारियों का कहना है कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा । कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपनी दाढ़ी नहीं कटवाएं और लंबे, ढीले टॉप ट्राउजर और पगड़ी वाले स्थानीय कपड़ों को पहनें । अगर कर्मचारी नियमों का पालन नहीं करते हैं और ड्रेस कोड के नियमों को तोड़ते हैं तो उन्हें दफ्तर में एंट्री नहीं मिलेगी और उन्हें नौकरी से भी निकाला जा सकता है ।
इससे पहले तालिबान ने महिलाओं को बिना किसी पुरूष रिश्तेदार के फ्लाइट में सफर करने पर बैन लगा दिया था । यानि जबतक महिलाओं के साथ कोई पुरूष नहीं होगा तबतक वे फ्लाइट में सफर नहीं कर सकेंगी । इस आदेश के बाद से ही कई महिलाओं को बिना किसी पुरूष रिश्तेदार के हवाई जहाज में सफर करने से रोक दिया गया । महिलाओं को लेकर तालिबान की सोच जग-जाहिर है । तालिबान ने पहले ही अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं को सड़क पर निकलने पर रोक लगा दी थी ।
हाल ही में तालिबान ने अफगानिस्तान में लड़कियों के लिए स्कूल खोलने पर प्रतिबंध लगा दिया था । तालिबान ने तो महिलाओं और पुरूषों के पार्क में जाने के लिए अलग-अलग दिन भी निर्धारित कर दिए हैं । इसके मुताबिक पार्क में तीन दिन महिलाएं और चार दिन पुरूष पार्क में जा सकेंगे । जाहिर है पिछले साल अफगानिस्तान में सत्ता में वापसी के बाद से ही तालिबान ये दावे करता रहा है कि वो और उसका संगठन बदल गया है लेकिन इस्लामी कानून की आड़ में तालिबान लोगों को मानवाधिकारों की धज्जियां लगातार उड़ा रहा है