कुछ नफरती चिंटुओं ने देश का माहौल खराब कर रखा है. और अंग्रेजों की तरह हिन्दू मुस्लिम को आपस में लड़ा कर अपनी राजनीति की रोटियां सेकने में लगे हैं. लेकिन सदियों से भारत की एकता और अखंडता को खत्म कर देना किसी के बूते की बात नहीं.
आरती और अजान एक साथ
हिन्दु मुस्लिम के बीच एकता और भाईचारे को अगर देखना हो तो कभी उत्तरप्रदेश के कानपुर जरुर आइएं. यहां के टाटमिल चौक पर आपको एक ऐसी जगह देखने को मिलेगी जहां आरती और आजान एक साथ होते हैं. मंदिर-मस्जिद दो हैं लेकिन उसमें जाने का रास्ता एक ही है. यानि के एक की दरवाजा है. तिलक लगाए कौन पंडित मंदिर जा रहे हैं, टोपी पहने कौन मस्जिद कहना थोड़ा मुश्किल है. क्योंकि दरवाजा एक ही है. यहां दोनों धर्मों के अनुयायियों के सहयोग से आरती भी होती है तो आजान भी. मुस्लिम भाई पहले मंदिर जाते हैं फिर उसे पार कर मस्जिद में दाखिल होते हैं.
मंदिर को पार कर मस्जिद में करते हैं प्रवेश
मस्जिद में नमाज अदा करने आने वाले एक शख्स ने बताया कि कैसे , “मंदिर और मस्जिद दोनों में जाने के लिए एक आम दरवाजा है, हम पहले मंदिर को पार करते हैं फिर मस्जिद जाते हैं. लेकिन इससे किसी को कोई परेशानी नहीं, हम सभी एक दूसरे का सम्मान करते हैं।
तो वहीं जब इस मामले को लेकर मंदिर के पुजारी से बात की तो उन्होंने भी यही जवाब दिया कि यहां दोनों समुदाय के लोग मिलजुल कर रहते हैं और एक दूसरे के धर्म का सम्मान करते है. कोई देश का माहौल कितना भी खराब करने की कोशिश करे लेकिन यहां दोनों समुदायों के लोगों में भाईचारे की भावना हमेशा बराबर ही रहती है।