मथुरा जेल में बंद PFI के चार एजेंटों को एसडीएम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने चारों आरोपियों अतीकुर्रहमान, आलम, सिद्दीकी और मसूद के खिलाफ शांति भंग के मुकदमे को निरस्त कर दिया है। अब इस केस में कोई कानूनी प्रोसेस नहीं चलेगी और न ही अब इस केस में कोई सजा होगी। दरअसल चारों आरोपियों पर हाथरस गैंगरेप केस की आड़ में दंगा भड़काने की कोशिश करने का आरोप था। इस मामले में पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार भी किया, लेकिन 6 महीने से ज्यादा का वक्त बीत गया, और पुलिस केस में कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाई। इसलिए एसडीएम कोर्ट ने इस मुकदमे के निरस्तीकरण के आदेश दिए हैं। फिलहाल आरोपियों पर कई और केस दर्ज हैं, इसलिए आरोपी अभी मथुरा की जेल में बंद हैं
आखिर क्यों मिली राजद्रोह के आरोपियों को एसडीएम कोर्ट से राहत
हाथरस में दंगा भड़काने की कोशिश के मामले में गिरफ्तार हुए पीएफआई के चारों एजेंट अतीकुर्रहमान, आलम, सिद्दिकी और मसूद को थाना मांट पुलिस ने शांति भंग के(ipc.107/116/151) मामले में हिरासत में लिया था साथ ही चारो को पाबंद भी कर दिया था। लेकिन मुकदमे को 6 महीने से अधिक होने के कारण और कानूनी प्रक्रिया पूरी ना होने के कारण एसडीएम कोर्ट ने मुकदमे के निरस्तीकरण के आदेश दिए। इस मामले में न तो पुलिस कोई ठोस साक्ष्य न्यायालय को दे पाई जिससे यह सिद्ध हो सके यह चारों लोग हाथरस में शांति भंग करने जा रहे थे। साथ ही चारों पीएफआई एजेंटों पर अन्य कई केस न्यायालय में विचाराधीन है जिसके कारण सभी आरोपी मथुरा जिला कारागार में बंद है इस कारण से भी एसडीएम कोर्ट में चल रहे मुकदमे में कोई भी कानूनी प्रोसेस ना होने के कारण और मुकदमे की अवधि 6 महीने से अधिक होने के चलते शांति भंग के मुकदमे को निरस्त करने के आदेश दिए गए हैं।
कैसे हुई थी पीएफआई एजेंटो की गिरफ्तारी
6/10/2020 को मथुरा यमुना एक्सप्रेस वे से हाथरस जाते समय गिरफ्तार किए गए पीएफआई के चारों एजेंटों को थाना मांट पुलिस ने यह कहते हुए गिरफ्तार किया था कि यह सभी लोग हाथरस रेप कांड में माहौल खराब करने जा रहे है। इसी मामले में पुलिस ने सभी चारों पीएफआई के एजेंटों का शांति भंग में चालान कर दिया सबसे पहला केस थाना मार्ट पुलिस द्वारा शांति भंग का दर्ज किया गया इसके बाद एसडीएम कोर्ट ने सभी चारों पीएफआई के एजेंटों को न्यायिक हिरासत में मथुरा जेल भेज दिया गया।
पीएफआई एजेंटों से बरामद हुई भड़काऊ सामग्री
इसके बाद 7/10/2020 कोस्पेशल क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा पीएफआई के एजेंटों से पूछताछ ,तलाशी ली तो उनकी गाड़ी से लैपटॉप भड़काऊ सामग्री व अन्य सामान पुलिस को बरामद हुआ इसके बाद पुलिस ने एक और मुकदमा राजद्रोह दंगा भड़काने की साजिश का दर्ज कर लिया।
अभी जेल में ही बंद रहेंगे पीएफआई एजेंट
पीएफआई के चारों एजेंट अपने चार अन्य साथियों के साथ मथुरा जेल में ही बंद रहेंगे। क्योंकि अभी पीएफआई के एजेंटों पर दंगा भड़काने की साजिश से राजद्रोह और विदेशी फंडिंग के मुकदमे दर्ज हैं और यह मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है विदेशी फंडिंग राजद्रोह और अन्य मामलों में एसटीएफ की जांच चल रही है और एसटीएफ 5000 पन्नों की चार्जशीट मथुरा न्यायालय में पेश कर चुकी है जिसमें विदेशी फंडिंग से जुड़े सबूत दंगा भड़काने और पीएफआई की सक्रियता के कागजात चार्जशीट में शामिल है