दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को आज 6 महीने हो रहे हैं. आज किसान धरना स्थलों पर बुद्ध पूर्णिमा मनाने के साथ ही किसान आंदोलन के 6 महीने पूरे होने पर पूरे देश में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी करेंगे. किसान और आंदोलन को समर्थन कर रहे सभी जनसंगठन, ट्रेड यूनियन औरप ट्रांसपोर्टर्स के कार्यकर्ता भी अपने मकानों, दुकानों, ट्रकों और दूसरे वाहनों पर काले झंडे लगाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.
पिछले साल 26 नवंबर से किसानों का आंदोलन शुरू हुआ था। बीते 6 महीनों में किसान आंदोलन के कई रंग देखने को मिले। 26 जनवरी 2021 का दिन भारत में कभी नहीं भूलाया जा सकता। जब पूरी दिल्ली में हजारों ट्रैक्टर दौड़े थे। इससे पहले भी दिसंबर और जनवरी में किसानों की भीड़ हजारों की संख्या में यूपी गेट पर जमी रही। इस बीच किसानों की सरकार के साथ आठ दौर की बातचीत भी हुई, जो सारी नाकाम रहीं। 29 जनवरी को किसान नेता राकेश टिकैत के भावुक होने पर हजारों किसान फिर से यूपी गेट पर जमा हो गए. गन्ना और गेहूं कटाई के चलते घरना स्थल से भीड़ घटती चली गई। फिर कोरोना संक्रमण का भी असर आंदोलन स्थल पर दिखा. तंबुओं का दायरा भी सिमट गया है।