क्रिकेट की शुरुआत भले ही अंग्रेजों ने की गई थी लेकिन इसे पूरी दुनिया में मकबूल बनाया हिन्दुस्तान ने, विश्व कप की शुरुआत साल 1975 में हुई थी लेकिन इंग्लैंड की टीम को विश्व कप साल 2019 में हुई। हालांकि, गौर करें तो वो जीत भी एक तुक्के की जीत थी। सुपर ओवर टाई होने के बाद इंग्लैंड को बॉउंड्री के आधार पर जीत हासिल हुई।
यहाँ इस बात में भी सच्चाई है कि अंग्रेजों ने 200 साल तक भारत पर राज किया और ऐसा क्रिकेट की दुनिया में भी देखने को मिला है कि इंग्लैंड ने भारत को हमेशा पटखनी दी है, खासकर अपने घर में। भारत को इंग्लैंड की धरती पर पहला टेस्ट मैच जीतने में एक या दो साल नहीं बल्कि पांच का समय लगा था। क्रिकेट के इतिहास में 10 जून का दिन इतिहास के पन्नो में दर्ज है क्योंकि इसी दिन 1986 में भारतीय टीम ने वो कारनामाना करके दिखाया था जिसके लिए भारतीय फैंस सदियों से तरस रहे थे।
साल 1932 में भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच खेला गया था और तब से लेकर 1947 तक जब हमारा देश एक अखंड भारत था और 1947 के बाद एक अलग भारतीय टीम बन गई। पहली बार जब भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया था तब भारत को एक टेस्ट मैच की सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था और इस हार का सिलसिला एक या दो साल तक नहीं बल्कि 54 साल तक चला था।
इसके बाद कपिल देव की कप्तानी में भारतीय टीम ने 35 साल पहले अंग्रेजों को चारो खाने चित किया था। उस समय भारतीय टीम ने इंग्लैंड को उसी की सरजमीं में ना सिर्फ हराया बल्कि साल 1986 में खेली गई सीरीज को भी अपने नाम किया। भारतीय टीम ने 3 मैचों की टेस्ट सीरीज को 2-0 से अपने नाम किया था।
साल 1932 से लेकर 1986 तक भारत और इंग्लैंड के बीच उसकी धरती पर कुल 32 टेस्ट मैच खेले गए थे जिसमें से भारतीय टीम ने 11 मैचों को ड्रा कराया जबकि 21 को गवां बैठी।
उस मुकाबले में भारतीय टीम के कप्तान कपिल देव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। फिर भारतीय टीम ने इंग्लैंड को पहली पारी में 294 रनों पर रोक दिया। इंग्लैंड की तरफ से ग्राहम गूच ने 114 रन की पारी खेली थी और डेरेक प्रिंगल ने 63 रन बनाए थे। भारतीय टीम की तरफ से चेतन शर्मा ने 5 विकेट, रोजर बिन्नी ने 3 और कपिल देव ने एक विकेट चटकाए थे।
वहीं, पहली पारी में भारतीय टीम ने 341 रन बनाए और 47 रन की बढ़त हासिल कर ली। भारत की तरफ से दिलीप वेंगसरकर ने 126 और मोहिंदर अमरनाथ ने 69 रन की पारी खेली थी जबकि इंग्लैंड की तरफ से ग्राहम डिली को 4 और डेरेक प्रिंगल को 3 विकेट हासिल हुए थे।
इसके बाद दूसरी पारी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 180 रनों पर ढेर कर दिया। भारत की तरफ से कपिल देव ने 4 और मनिंदर सिंह ने 3 विकेट हासिल किये।
इस टेस्ट सीरीज को ऐतिहासिक सीरीज का दिया गया है, क्योंकि इंग्लैंड की धरती पर भारतीय टीम ने पहली बार कोई टेस्ट सीरीज जीती थी।