देश में अब सोशल मीडिया से ख़तरनाक हथियार बेचने की साजिश, दिल्ली पुलिस ने किया गैंग का खुलासा - The Media Houze

दिल्ली पुलिस की साइबर सेल को उस वक़्त बड़ी कामयाबी हाथ लगी. जब ख़तरनाक हथियार बदमाशों को बेचने का एक अनोखे तरीके का पता चला, पुलिस से बचने के लिए अब शातिर लोग सोशल मीडिया का सहारा लेकर ना सिर्फ हथियार बेच रहे है बल्कि हथियार की तस्वीर उसकी स्पेसिफिकेशन के साथ फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर उनकी नुमाइश तक कर रहे है। अवैध हथियारों को इस नए तरीके से बेचने की जानकारी मिलने के बाद, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की साईपेड ने ऐसे सोशल मीडिया के अकाउंट को खंगालने शुरू किया जो कुख्यात गैंगस्टरों के नाम पर बनाये गए थे।

दिल्ली पुलिस की साइपैड यूनिट के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि ‘जांच के दौरान पुलिस को पता चला था की अवैध हथियार बेचने वाले इस शख्स ने सोशल मीडिया पर कई अकाउंट बनाए हुए थे। जिस पर उसने हथियारों की तस्वीर और वीडियो भी अपलोड की हुई थी । यह गैंग सोशल मीडिया के अधिकतर प्लेटफार्म को इस्तेमाल कर अवैध हथियार बेच रहा था । पुलिस ने अपनी जांच में पाया की इन्होंने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर भी एक ग्रुप बनाया हुआ था। पुलिस ने जब लॉरेंस बिश्नोई के सोशल मीडिया अकाउंट की जांच की जो पाया उसमें और लॉरेंस बिश्नोई नाम के बने ग्रुप में एक हितेश सिंह नाम का शख्स कॉमन है। पुलिस ने हितेश सिंह के सोशल एकाउंट को खंगाला तो पता चला कि वो अपने इस एकाउंट से भी अवैध हथियार बेच रहा है। पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिये ही ट्रैप लगाकर उससे हथियार खरीदने का सौदा किया । और फिर गिरफ्तार कर लिया।

साइबर सेल ने अवैध हथियार बेचने वाले गैंग के सरगना हितेश सिंह को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी हितेश सिंह राजस्थान के जोधपुर का रहने वाला है। हितेश के ऊपर पहले भी दर्जन भर से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने उसके पास से 1 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और दो लाइव कारतूस बरामद किए हैं।
पाकिस्तान में बैठे कुछ लोगो के संपर्क के भी मिले है सुराग. साइबर सेल के मुताबिक जांच के दौरान साबसे चौकाने वाली यह बात भी सामने की हितेश पाकिस्तान में बैठे कुछ भारत विरोधी लोगों के भी लगातार संपर्क में हैं और उनसे व्हाट्सएप और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के वर्चुअल नंबर से लगातार संपर्क में है। स्पेशल सेल की साइबर सेल अब हितेश से पूछताछ कर इसके पाकिस्तान कनेक्शन के बारे में भी पता लगाने में जुटी है। जांच एजेंसियों को इस बात का भी शक है कि कहीं सोशल मीडिया पर बेचे जाने वाले ये खतरनाक हथियार कहीं पाकिस्तान में बने हुए तो नही है। और वो कौन कौन लोग है जिनके संपर्क में हितेश पिछले काफी समय से है।