यूपी के चुनाव में ओवैसी की ये है जबर्दस्त रणनीति, बिगाड़ सकते हैं सभी पार्टियों के समीकरण - The Media Houze

ओवैसी तैयार हैं उत्तर प्रदेश की सियासी लड़ाई में नई अंगड़ाई के लिए 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले बिसात बिछने लगी है. नए साथी ढूंढे जा रहे हैं. ताकि नई रणनीति के साथ हल्ला बोल दिया जाए
AIMIM 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार की जा रही है. भागीदारी संकल्प मोर्चा के तहत ओम प्रकाश राजभर की पार्टी से गठबंधन हो चुका है और भी कई छोटे सियासी दलों को साथ लाने की कवायद चल रही है

2017 के विधानसभा चुनाव में भी अपने उम्मीदवार उतारे थे. 38 सीटों पर AIMIM के उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा लेकिन सभी जगह पर उनकी ज़मानत जब्त हो गई. लेकिन ओवैसी अपने सियासी विरोधियों को आगाह कर रहे हैं..कि 2017 और 2022 के बीच बड़ा फर्क आ चुका है. उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोट बैंक 20 प्रतिशत के करीब है और ये 140 से ज्यादा सीटों पर मुस्लिम वोट बैंक काफी असर डाल सकता है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश तराई वाले इलाकों के अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी मुस्लिम वोट बैंक काफी अहम बताया जाता है. अब तक समाजवादी पार्टी अपने MY समीकरण की वजह से इसका सबसे ज्यादा फायदा उठाती रही है. .लेकिन ओवैसी इस गणित को बिगाड़ सकते हैं. इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया, गाजीपुर, देवरिया, मऊ, चंदौली, वाराणसी समेत करीब 50 सीटों पर ओम प्रकाश राजभर की पार्टी भी खासा असर डाल सकती है . इसीलिए ओवैसी हारने से पहले हार मानने को तैयार नहीं. वैसे भी राजनीति का गणित कहता है कि पहला चुनाव हारने के लिए लड़ा जाता है. तो शायद इसीलिए उत्तर प्रदेश में अपना पहला दांव हार जाने वाले ओवैसी को भी लगता है कि अब बारी दम दिखाने की है