दोनों मुल्कों के बीच युद्ध को एक महीने से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन रूस रूकने का नाम नहीं ले रहा है तो यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं है. लगातार रूसी हमले से यूक्रेन की इकोनॉमी पूरी तरह से तबाह हो चुकी है वहीं रूस को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है
एक ओर जहां रूस पर लगे प्रतिबंधों की वजह से रूस में सामानों की किल्लत होने लगी है. वहां की करेंसी रूबल में भारी गिरावट चुका है. भारी संख्या में रूसी सैन्य साजो-समान को नुकसान पहुंचा है तो यूक्रेन की हालत और ज्यादा खराब हो चुकी है. भले ही यूरोपीय देश यूक्रेन की मदद कर रहे है लेकिन उससे यूक्रेन को कोई फायदा नहीं होता दिख रहा है. यूक्रेन के इकोनॉमी मिनिस्टर के मुताबिक अब तक युद्ध में यूक्रेन को करीब 565 बिलियन डॉलर का नुकसान हो चुका है. जिसमें से इन्फ्रास्ट्रक्चर में ही यूक्रेन ने 119 बिलियन डॉलर का नुकसान हो चुका है. जबकि जीडीपी में भी उसे 112 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है. यानी की रूसी हमले हर सेकेंड यूक्रेन को बर्बाद कर रहा है
हमलों की इन तस्वीरों और तबाही के ये निशान बता रहे हैं कि यूक्रेन को कितना ज्यादा नुकसान हुआ है. संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनाइटेड नेशन्स डेवलपमेंट प्रोग्राम के मुताबिक हमले इसी तरीके से होते रहे तो यूक्रेन की अर्थव्यवस्था दो दशक पीछे चली जाएगी। यूएनडीपी के मुताबिक तबाह हो चुकी अर्थव्यवस्था के कारण यूक्रेन के 90 फीसदी लोग गरीबी का सामना कर सकते हैं। यूक्रेन में करीब एक करोड़ लोगों को आने वाले दिनों में मदद पर निर्भर होना पड़ेगा जबकि करीब 1.8 करोड़ लोग युद्ध से बुरी तरह प्रभावित होंगे और 70 लाख लोगों के पास अपना घर नहीं होगा।
यूक्रेन पर लगातार रूसी हमले से वहां कारखाने बंद है. खेती बंद, 35 लाख से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुताबिक यूक्रेन की अर्थव्यवस्था 35 फीसदी तक गिर सकती है। मरियुपोल में रूसी हमले कहर बरपा रहे हैं. वहां हवाई अड्डे और बंदरगाद बंद पड़े हैं जिससे यूक्रेन से होने वाले एक्सपोर्ट में भारी गिरावट देखने को मिली है। इस युद्ध में अब तक यूक्रेन के कई बंदरगाह और एयरपोर्ट पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं. दरअसल रूस भी जानबूझकर यूक्रेन की इकोनॉमी पर ज्यादा चोट कर रहा है जिससे कि यूक्रेन जल्द से जल्द हार मान लें. ना केवल यूक्रेन की इकॉनामी की हालत खराब है बल्कि इस युद्ध में यूक्रेन के भारी सैन्य नुकसान भी पहुंचा है.
रूस के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब तक यूक्रेन के 124 एयरक्राफ्ट, 74 हेलीकॉफ्टर, 309 UAV, 1721 टैंक और दूसरी विशेष गाड़ियां, 172 मल्टीलॉन्च रॉकेट सिस्टम, 721 फील्ट आर्टिलरी और मोर्टार, 1,568 विशेष सैन्य गाड़ियां तबाह हो चुकी है। युद्ध के 34वें दिन भी रूसी हमले जारी है. यूक्रेन भी लगातार जवाबी कार्रवाई कर रहा है लेकिन समस्या ये हैं कि युद्ध यूक्रेन की जमीन पर हो रहा है तो नुकसान भी सबसे ज्यादा यूक्रेन को ही उठाना पड़ेगा। चाहे वो नुकसान आर्थिक हो या सैन्य या जान की।