ब्लैक फंगस नए-नए रूप दिखा रहा है. कानपुर के हैलट अस्पताल में ब्लैक फंगस से ऑप्टिक न्यूराइटिस इसका पहला मरीज मिला है. दावा यह है कि यह देश नही बल्कि दुनिया का पहला ऐसा केस है जिसमें मरीजों की आंखों की नसों में सूजन आ जाती है. नसों में खराबी आने से मरीज की आंखों की रोशनी चली जाती है. हैलट में भर्ती मरीज के इलाज के साथ डॉक्टरों ने उस पर शोध भी शुरू कर दिया है.
वहीं पहला मामला होने की वजह से डॉक्टर पीड़ित के इलाज को लेकर कन्फ्यूजन में है. डॉक्टरों ने इस केस को अंतर्राष्ट्रीय जनरल में प्रकाशित कराने के लिए कागजी कार्रवाई पूरी कर ली है. आपको बता दें कि हैलट अस्पताल में 20 दिन पहले 37 साल के आशीष को एडमिट किया गया था. जिसमें ऑप्टिकल न्यूराइटिस पाया गया है. फिलहाल उसकी आंखों की रोशनी प्रभावित हुई है. डॉक्टरों का दावा है कि यह ऑप्टिकल न्यूराइटिस का पहला मरीज है. इस पर विभाग के डॉक्टर की टीम ने शोध करना शुरू कर दिया है. जिसे अंतरराष्ट्रीय जनरल में प्रकाशन के लिए भेजा जाएगा. आशीष के केस में ब्लैक फंगस के एक नए प्रभाव को उजागर किया है. जिसमें फंगल संक्रमण से नसों में सूजन आ जाती है.हैलट के नेत्र विभागाध्यक्ष डॉ परवेज का कहना है कि इस केस से यह भी पता चला है कि ब्लैक फंगस ब्लड से ही नही नस के जरिए भी दिमाग तक पहुंच सकता है.